BYD Becomes the largest car selling company in the world: BYD बनी दुनिया की सबसे बड़ी ईवी वाहन निर्माता, टेस्ला को पछाड़ा!
BYD (बिल्ड योज ड्रीम्स), एक चीनी कंपनी, ने इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में दुनिया में शीर्ष स्थान बना ली है। तीन महीनों में कंपनी ने वैश्विक बाजार में 5.26 लाख इलेक्ट्रिक कारें बेचीं, जिससे वह टेस्ला को पछाड़ गई है।
BYD की बिक्री का आंकड़ा
हाल के बिक्री आंकड़ों के अनुसार, BYD ने 2023 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में वैश्विक बाजार में 5,26,409 इलेक्ट्रिक कारें बेचीं, जो कि टेस्ला की 4,84,507 यूनिट से अधिक है। यह न केवल बिक्री में, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहन (EV) उत्पादन के क्षेत्र में भी BYD ने टेस्ला को पीछे छोड़ा है। Q4 में, BYD ने 400,000 से अधिक प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों को बेचा।
BYD ने टेस्ला को पछाड़ा
2023 में, BYD की EV बिक्री 73% बढ़कर लगभग 1.6 मिलियन वाहनों को छू लिया, जिससे टेस्ला को पीछे छोड़ दिया गया। टेस्ला ने इस समय में 1.8 मिलियन कारों की बिक्री की, लेकिन BYD की गति उससे कम नहीं थी।
BYD का विस्तार
BYD ने 2023 में 1.4 मिलियन हाइब्रिड कारें भी बनाईं और बेचीं हैं। इन्हें कंपनी की पैसेंजर व्हीकल सेल्स के साथ मिलाकर, इसने टेस्ला को 3 मिलियन से अधिक बिक्री में पीछे छोड़ दिया है।
BYD की टक्कर चीन और यूरोप में
BYD, जिसका मुख्यालय शेनजेन, चीन में है, चीन और यूरोप में टेस्ला को चुनौती देती है। इसका एक कारण है चीन सरकार का समर्थन, जिसने BYD को घरेलू बाजार में सहारा दिया है। यह कंपनी अमेरिकी बाजार में उपस्थित नहीं है, लेकिन इसकी मार्केटिंग में वृद्धि देखी जा रही है।
टेस्ला का भारत में प्रवेश
इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य भारत में आ रहा है। एलन मस्क ने टेस्ला को भारत में लॉन्च करने के लिए तैयारी कर रखी हैं। टेस्ला की भारतीय फैक्ट्री की संभावना गुजरात या महाराष्ट्र में हो सकती है, और यहां हर साल 5 लाख EV कारें निर्मित हो सकती हैं। टेस्ला की एंट्री लेवल कारों की कीमत लगभग 20 लाख रुपए हो सकती है।
BYD की योजना भारत में EV निर्माण की
BYD की मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (MEIL) के साथ साझेदारी की योजना में बदलाव हो सकता है। यह कंपनी हैदराबाद की है और BYD के साथ मिलकर भारत में EV निर्माण के लिए नई दिशा में कदम बढ़ा सकती है। सार्वजनिक योजनाएं बताती हैं कि BYD की इस कदम से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की उपस्थिति मजबूत हो सकती है, और स्थानीय बाजार में भी इसकी मांग बढ़ सकती है।
सरकारी असमर्थन का सामना
हालांकि, सरकार ने BYD के निवेश को मंजूरी नहीं दी है, जिससे कंपनी ने एक बड़ी चुनौती का सामना किया है। इस तरह का असमर्थन स्थानीय उत्पादन को बढ़ावा देने की स्थिति को कमजोर कर सकता है, लेकिन BYD की योजनाओं में बदलाव का संकेत है।
टेस्ला के आगे बढ़त
टेस्ला के भारत में प्रवेश की योजना के बावजूद, BYD की बढ़त ने इसे एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना दिया है। चीन से निर्यात किए जाने वाले BYD के ईवी मॉडल्स ने दुनिया भर में धावा बोला है और इसे एक ग्लोबल ईवी बाजार में महत्वपूर्ण स्थान पर ले आए हैं।
भविष्य की दिशा
BYD का उद्दीपन और भारत में नए ईवी प्रोजेक्ट्स की शुरुआत से स्पष्ट है कि इसका लक्ष्य विश्व भर में एक प्रमुख ईवी निर्माता बनना है। सरकार के समर्थन का इंतजार करते हुए, BYD ने भारत में अपना एक दृष्टिकोण बनाया है और इसे एक अद्वितीय विकल्प के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहा है।
BYD की उच्च बिक्री और टेस्ला के साथ टक्कर का मुकाबला करने की क्षमता ने इसे एक गहरे असर के साथ विश्व भर में स्थान बनाया है। भविष्य में, BYD के साथ होने वाली समर्थन और नई उपयोगिता के साथ, यह भारतीय ईवी बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकता है।